
ध्यान से संभव
बुद्ध रोज अपने शिष्यों को ध्यान के संबंध में प्रवचन देते थे | एक दिन वह प्रवचन देने के लिए ध्यान सभा में उपस्थित हुए

जिंदगी भर चिंता में मारोगे, तो जियोगे कब
किसी ने पूछा है की हम अपनी बेहोशी कैसे दूर करें | जागृत कैसे रहे | एक स्थान पर बैठकर जबरदस्ती आंखें बंद करके मुझे

कर्मों का फल यही मिलता है
एक व्यक्ति अपने पिता की मृत्यु से बहुत दुखी था | लेकिन वह अपने पिता की मृत्यु से इतना चिंतित नहीं था, जितना कि यह

हमारा जीवन दुख से क्यों भरा हुआ है
किसी ने पूछा है कि जीवन में सुख कब होता है और दुख कब होता है | यह कैसे पता करें | हम अपने दुख

मन का मंत्र-जो सोचोगे वही मिलेगा
एक व्यक्ति अपने जीवन से बहुत परेशान था | सारे काम उसके बिगड़ जाते थे | सफलता उसके हाथ ही नहीं लगती थी |

सत्य कैसे दिखता है-एक अंधे की कहानी
बुद्ध के जीवन की एक छोटी सी कहानी है | एक बच्चा जन्म से अंधा था | उसके माता-पिता ने और उसके गुरु ने उसे

बुढ़ापा और अंतिम प्रश्न – एक अद्भुत यात्रा
बुद्ध अपने शिष्यों के साथ कहीं जा रहे थे | रास्ते में उन्होंने एक वृद्ध व्यक्ति को देखा | वह वृद्ध व्यक्ति कभी जोर-जोर से

वर्तमान की चिता पर भूतकाल जिंदा है
बुद्ध कहते हैं की वर्तमान में जियो, ना भूतकाल में और ना ही भविष्य काल में रहो | केवल वर्तमान में जियो, जो है जैसा

भगवान बुद्ध को क्या ज्ञान प्राप्त हुआ
भगवान बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ, जब लोगों को पता चला कि बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ है | वह यह जानना चाहते थे कि